180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी कार, मौत से पहले नाचने-गाने का वीडियो आया सामने
ओएनजीसी चौक पर सोमवार रात जिस इनोवा कार दुर्घटना में दून के छह युवाओं की मौत हुई, वह दुर्घटना के समय 180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। बुधवार को टोयोटा कंपनी की तकनीकी टीम ने जब कैंट कोतवाली में खड़ी दुर्घटनाग्रस्त कार की तकनीकी जांच की तो यह जानकारी सामने आई। तकनीकी टीम ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है। जाखन से राजपुर रोड, घंटाघर, चकराता रोड, बल्लूपुर चौक होते हुए ओएनजीसी चौक तक 10 किमी के सफर में इनोवा कार ने पुलिस के पांच चेकिंग बैरियर पार किए। कार नई थी और उस पर पंजीयन नंबर प्लेट भी नहीं थी, लेकिन कार को कहीं नहीं रोका गया और वह बेलगाम गति से दौड़ रही थी।
बेलगाम गति से विपरीत दिशा में चल रही थी कार
राजपुर रोड पर युवा कार से घंटाघर की ओर निकले तो बेलगाम गति से विपरीत दिशा में चल रहे थे। पैसेफिक माल के एक कर्मचारी ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। मंगलवार को प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस व परिवहन विभाग भी यह दावा कर रहे थे कि कार 140 किमी प्रतिघंटा की गति से अधिक दौड़ रही थी, लेकिन सोमवार को टोयोटा कंपनी की तकनीकी टीम ने स्पष्ट किया कि जब दुर्घटना हुई, उस समय कार की गति 180 किमी प्रतिघंटा रही होगी। तकनीकी टीम ने कार का बारीकी से निरीक्षण किया और सभी सेंसर की जांच भी की।
मौत से पहले नाचने-गाने का वीडियो आया सामने
सोमवार देर रात अकाल मृत्यु का शिकार बने छह युवाओं और जीवित बचा उनका एकमात्र दोस्त। उन्हें क्या पता था कि कुछ देर बाद वह फिर कभी एक-दूसरे का चेहरा नहीं देख पाएंगे। दुर्घटना से आधे घंटे पहले का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बुधवार को प्रसारित हुआ। दुर्घटना में घायल सिद्धेश अग्रवाल के मोबाइल फोन से पुलिस को एक वीडियो मिली है, जिसमें सभी दोस्त सिद्धेश के जाखन स्थित घर में नाच-गा रहे हैं और खुशियां मनाते हुए नजर आ रहे। महज दो सेकंड का यह वीडियो बुधवार को पूरे शहर में एक मोबाइल से दूसरे फोन में इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होता रहा। लोग चर्चा करते नजर आए कि कैसे सभी हंसी-खुशी के साथ झूम रहे थे और कुछ पल बाद ही छह दोस्त दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो गए।