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चारधाम यात्रा पर आने से पहले श्रद्धालु पढ़ लें ये नियम, नहीं तो होगी मुश्किल; दर्शन किए बिना ही लौटना होगा वापस

सरकार ने प्रदेश में चारधाम में आने वाले यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए पंजीकरण की तिथियों पर ही चारधाम यात्रा करने की अपेक्षा की है। यह स्पष्ट किया गया है कि चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से इसकी सूचना सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को भी भेजी गई है। साथ ही उनसे यात्रा के संबंध में जारी दिशा-निर्देश साझा करते हुए राज्यों के संबंधित अधिकारियों व आमजन तक यह सूचना पहुंचाने का अनुरोध किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा को व्यवस्थित करने के दृष्टिगत लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। उनके निर्देशों के क्रम में मुख्य सचिव ने सभी राज्यों को चारधाम यात्रा के संचालन को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि श्रद्धालुओं ने जिन तिथियों के लिए पंजीकरण कराया है वे उन्हीं तिथियों पर यात्रा के लिए आएं। इससे यात्रियों की संख्या नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाने में सहायता मिलेगी।

बिना पंजीकरण के नहीं जाने दिया जाएगा आगे
साथ ही बताया गया है कि जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें यात्रा मार्ग पर बने चेक प्वाइंट पर रोक लिया जाएगा और बिना पंजीकरण के आगे नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसियों से बुकिंग कराने वाले श्रद्धालुओं से नियमानुसार पंजीकरण कराने की व्यवस्था का पालन सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्य सचिव ने अपेक्षा की कि ट्रिप कार्ड बनाकर वाहन संचालित किया जाए। उन्होंने सभी राज्यों से अपील की है कि वे चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन में सहयोग देते हुए इन दिशा-निर्देशों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं।

 

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