कोलकाता घटना के बाद अलर्ट मोड पर दून पुलिस, महिला सुरक्षा के लिए बनाई एसओपी; अस्पतालों में दारोगा रहेगा इंचार्ज
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक की दुष्कर्म कर हत्या की घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने जिला अस्पताल कोरोनेशन और दून मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे पुलिस तैनात रखने के आदेश दिए हैं।
चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा को लेकर उठाए गए इस कदम के अंतर्गत वायरलैस हैंडसेट से लैस पुलिसकर्मी 24 घंटे आपातकालीन कक्ष में न केवल तैनात रहेंगे, बल्कि अस्पताल परिसर का लगातार निरीक्षण भी करते रहेंगे।
पुलिस ने एसओपी की तैयार
ओपीडी, पार्किग व प्रतीक्षा परिसर समेत समस्त वार्डों में पुलिसकर्मी गश्त करते रहेंगे व असामाजिक तत्वों पर नजर रखेंगे। अस्पताल के सभी सीसीटीवी कैमरों की नियमित जांच की जिम्मेदारी भी पुलिस देखेगी। इसके लिए पुलिस ने एक मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है।
वरिष्ठ अधिकारियों को देंगे किसी भी अपराधिक घटना की सूचना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिसकर्मी चिकित्सालय परिसर में कानून व्यवस्था से संबंधित व किसी अपराधिक घटना की सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को देंगे। चिकित्सालय में ड्यूटीरत महिला चिकित्सक, महिला नर्स तथा अन्य महिला स्टाफ की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देंगे। इसके साथ ही अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान वहां मौजूद चिकित्सकों व अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी के संपर्क में रहते हुए अस्पताल प्रबंधन के साथ सहयोग को और प्रभावी बनाने के लिए पुलिसकर्मी एक वाट्सएप ग्रुप बनाएंगे, जिसमें संबंधित थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी चिकित्सालय के जनसंपर्क अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, महिला चिकित्सक, नर्स, सिक्योरिटी हेड, एमरजेंसी वार्ड में नियुक्त स्टाफ शामिल होंगे।
पुलिसकर्मियों की रहेगी सीसीटीवी कैमरों की जिम्मेदारी
दून व कोरोनेशन अस्पताल क्षेत्र के चौकी प्रभारी चिकित्सालय में नियुक्त पुलिसकर्मियों के साथ जिला चिकित्सालयों में नियुक्त सभी कर्मचारियों का सत्यापन करते हुए उसका पूर्ण विवरण निर्धारित प्रारुप में एक रजिस्टर में तैयार करेंगे। चिकित्सालय ड्यूटी में नियुक्त पुलिस कर्मी समय-समय पर अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक करते रहेंगे। सभी कैमरे सही प्रकार से काम कर रहे हैं या नहीं साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से अस्पताल परिसर के जिस स्थान पर सीसीटीवी कैमरे लगाना आवश्यक हो उसके संबंध में उचित माध्यम से सक्षम अधिकारियों को पत्राचार कर सीसीटीवी कैमरे लगाना सुनिश्चित करेंगे।
जोनल अधिकारी व सुपर जोनल अधिकारी करेंगे चेकिंग
अस्पतालों में रात्रि ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी सही ढंग से ड्यूटी कर रहे हैं या नहीं उनकी आकस्मिक चेकिंग की जिम्मेदारी जोनल अधिकारी व सुपर जोनल अधिकारी को सौंपी गई है। क्षेत्राधिकारी माह में एक बार चिकित्सालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा पहलुओं पर समन्वय गोष्ठी आयोजित करेंगे। गोष्ठी में संबंधित चौकी प्रभारी व अस्पताल के कर्मियों को भी शामिल किया जाएगा।
इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में स्थित निजी अस्पतालों को नोटिस देते हुए उन्हें अपने अस्पताल में सिक्योरिटी ऑडिट कराने तथा अस्पताल की सुरक्षा में नियुक्त सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरीफिकेशन कराने के निर्देश दिए। साथ ही उनसे अपने संस्थानों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के सही हालत में होने की रिपोर्ट भी मांगे।