रुड़की की महिला से 1.43 करोड़ रुपये की ठगी, जालसाजों ने ऐसे जाल में फंसाया; आप भी रहें सावधान
ऑनलाइन निवेश कर मोटी कमाई के झांसे में रुड़की की महिला ने एक करोड़ 43 लाख रुपये गंवा दिए। महिला ने जब रकम निकालने की कोशिश की तो धनराशि नहीं निकल पाई। रकम निकालने के एवज में ठगों ने महिला से और धनराशि जमा करने की बात कही। इसके बाद महिला को साइबर ठगी का एहसास हुआ। इस मामले में साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
ऐसे ठगों ने लालच में फंसाया
रुड़की निवासी मरीना ने शिकायत दर्ज कराई कि जुलाई 2024 में क्वांटम कैपिटल नामक कंपनी के नाम से दर्ज व्हाट्सएप नंबर से साइबर ठगों ने उनसे संपर्क किया। महिला का कहना है कि खुद को इंदौर निवासी बताने वाले पवन दुबे ने 12 हजार रुपये का निवेश करने पर 16 हजार रुपये लौटाने की बात कही और रुपये लौटाए भी गए। इससे महिला को उस पर भरोसा हो गया। इसके बाद पवन दुबे ने 18 लाख रुपये निवेश करने पर 50 प्रतिशत लाभ की बात कही।
धनराशि नहीं निकली तो ठगी का हुआ एहसास
महिला ने 18 लाख रुपये जमा कर दिए। इसके बाद उनके खाते 27 लाख रुपये दिखे। इसके बाद विभिन्न किश्तों में महिला से 35 लाख रुपये का और निवेश कराया गया। पवन दुबे ने उसे यह कहकर और रकम मांगी कि रकम की निकासी के लिए टैक्स और अन्य शुल्क भी देना होगा। अपनी धनराशि निकालने के लिए महिला धनरशि जमा करती रही। धीरे-धीरे ठगों ने महिला से कुल एक करोड़ 43 लाख रुपये जमा करवा लिए। इसके बाद भी महिला अपनी धनराशि नहीं निकाल पाई तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ।
सीबीआई जांच की दी धमकी
महिला का आरोप है कि क्यूयू मीडिया के एजेंट हेलन मेहता, तनिशा ठाकुर, रोहन और अभिनव नाम के व्यक्ति उनके संपर्क में थे। वह टेलीग्राम चैनल पर लगातार उन्हें रुपये जमा करने के लिए मजबूर करते रहे। यहां तक कि एक बार उन्हें सीबीआई जांच और हवाला मामले में फंसाने की धमकी भी दी गई। इस मामले में साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात ठगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
डिजिटल अरेस्ट करने वाला काबू
हाल ही में उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके तीन करोड़ रुपये ठगने वाले शातिर को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने आरोपी को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने राजपुर के रहने वाले अनिल कुमार को 20 मई को डिजिटल अरेस्ट किया था। पार्सल में फर्जी पासपोर्ट और नशे का सामान होने का हवाला दिया। इसके बाद तीन करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया।