CM धामी बोले, ‘रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड के लिए केंद्र से किया जाएगा अनुरोध’

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शहर के यातायात की समस्या को देखते हुए 26 किमी लंबी रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड के लिए केंद्र से इसके निर्माण अथवा आर्थिक सहायता का अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए फ्लोटिंग पापुलेशन की सुविधाओं की व्यवस्था के लिए नीति आयोग से विशेष ग्रांट देने का आग्रह किया गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जल्द ही दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड शुरू हो जाने पर राज्य में भारी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है। इसे देखते हुए राज्य सरकार अभी से पूरी सक्रियता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार राज्य में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में सरकार ने डेस्टिनेशन उत्तराखंड को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए पर्यटन नीति बनाई है। इसमें निवेशकों को आकर्षित करने के अनुकूल वातावरण को तैयार करने में सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में धार्मिक, साहसिक, ईको-टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, एग्रो टूरिज्म और फिल्म पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों को विकसित करने की दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं। जहां एक ओर केदारखंड की भांति मानसखंड कारिडोर को भव्य रूप में विकसित किया जा रहा है। वहीं, ऋषिकेश और हरिद्वार का योग और आध्यात्मिक केंद्रों के रूप में वैश्विक स्तर पर प्रचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य में फिल्म शूटिंग को आसान बनाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम क्लीयरेंस सिस्टम भी शुरू किया है। साथ ही उत्तराखंड में शूटिंग करने पर फिल्म निर्माताओं को विशेष सब्सिडी और अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
इन्हीं प्रयासों से उत्तराखंड को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूरा करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में अपर सचिव मुख्यमंत्री बंशीधर तिवारी, दून विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर सुरेखा डंगवाल समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।