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आमजन के जीवन में खुशहाली लाना प्राथमिकता: अनिल बलूनी

मतदान की तिथि 19 अप्रैल जैसे-जैसे समीप आ रही है। लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार भी जोर पकड़ने लगा है। गढ़वाल लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी इन दिनों अपने चुनाव अभियान में व्यस्त हैं। चुनाव प्रचार के सिलसिले में दैनिक जागरण ने दोनों प्रत्याशियों से विभिन्न विषयों पर विस्तृत से चर्चा की।

-आप राज्यसभा का कार्यकाल पूर्ण करने के बाद लोकसभा के चुनावी मैदान में हैं। क्या लोकसभा जनसेवा की दृष्टि से ज्यादा उपयुक्त है।
-मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। मेरी पार्टी तय करती है कि किस कार्यकर्ता को क्या जिम्मेदारी दी जानी है। जन सेवा के लिए भाजपा कार्यकर्ता होना ही पर्याप्त है, जो निरंतर समाज के बीच में रहकर सदैव काम करता है।
-भाजपा प्रत्याशी के रूप में आपकी दृष्टि में राष्ट्रीय व प्रदेश के प्रमुख तीन-तीन मुद्दे क्या हैं।
-रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में काम करना महत्वपूर्ण प्राथमिकता होगी। इसके लिए हमारी डबल इंजन की सरकार ने गत वर्षो में परंपरागत तस्वीर को बदला है।
-राजनीति में विभिन्न दायित्वों पर रहते हुए आपने क्या कार्य किए। कोई पांच काम जो आपकी उपलब्धि हों। सीट पर भीतरी-बाहरी का मुद्दा भी उछल रहा है, क्या कहेंगे।
-मैं वर्ष 1997 में उत्तरांचल राज्य निर्माण संघर्ष समिति का सदस्य था, जिसके अध्यक्ष जनरल खंडूड़ी थे। वर्ष 2000 में भाजयुमो का प्रदेश महामंत्री रहा। वर्ष 2002 में मुझे विधानसभा में कोटद्वार सीट से टिकट दिया गया। वर्ष 2005 में मैंने इसी सीट से उपचुनाव लड़ा। वर्ष 2007 में प्रदेश की भाजपा सरकार में दायित्वधारी रहा। तब वनों और वन्यजीवों पर बहुत काम किया। वर्ष 2013 में मैं उत्तराखंड भाजपा का प्रदेश प्रवक्ता बना। वर्ष 2014 में पार्टी ने मुझे राष्ट्रीय प्रवक्ता का दायित्व दिया और वर्ष 2017 से अभी तक भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहा हूं। वर्ष 2018 से 2024 तक उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य की भूमिका में रहा। इस सवाल को पूछने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि कांग्रेस भीतरी-बाहरी का जो मुद्दा बना रही है, उसका भी यह जवाब है।

-चुनाव में आपका प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कौन है और उसे आप कितना मजबूत मानते हैं।-यह चुनाव भाजपा के 10 वर्षों के रिपोर्ट कार्ड का चुनाव है। इन वर्षों में भारत में ऐतिहासिक प्रमाणिक सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनता ने देखी है। हमारी प्रतिस्पर्धा स्वयं से है। हम स्वयं लक्ष्य तय करते हैं और उसे पूर्ण करने के लिए समर्पित हो जाते हैं।
-चुनाव जीतने के बाद आपकी प्राथमिकता क्या रहेगी। कोई पांच प्राथमिकताएं बताएंगे।
-विकसित भारत संकल्प के लिए देश चल पड़ा है। आमजन के जीवन में खुशहाली लाना हमारी प्राथमिकता है। रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और अवस्थापना विकास हमारी प्राथमिकता होगी।
-उत्तराखंड को आदर्श राज्य कैसे बनाया जा सकता है और राज्य की बड़ी चुनौतियां आप क्या मानते हैं।
-उत्तराखंड आदर्श राज्य की ओर चल पड़ा है। प्रत्येक गांव को विकास से जोडऩे की केंद्रीय योजनाओं को डबल इंजन सरकार ने समयबद्ध रूप से आगे बढ़ाया है। आल वेदर रोड, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, धामों का पुनर्निर्माण मास्टर प्लान, इन्वेस्टर समिट के द्वारा राज्य में रोजगार की पृष्ठभूमि से लेकर मूलभूत सुविधाओं से आमजन को जोडऩे का संकल्प पलायन रोकेगा और रोजगार का सृजन भी करेगा।

-जिस संसदीय सीट से आप चुनाव लड़ रहे हैं, उसके विकास से कितने संतुष्ट हैं।
-विकास जीवन की सतत प्रक्रिया है। संतुष्टि की पराकाष्ठा तक जाकर काम करना हमारा संकल्प है और उसी संकल्प ने इन 10 वर्षों में मेरे गढ़वाल की भी तस्वीर बदली है। इसी लोकसभा के लोगों ने आल वेदर रोड, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, केदारनाथ का पुनर्निर्माण, बदरीनाथ का मास्टर प्लान को आकार लेते देखा है।
-गढ़वाल संसदीय सीट के पौड़ी समेत पर्वतीय जिलों में पलायन की समस्या बढ़ रही है, इसके निदान को लेकर आपके पास कोई कार्ययोजना है।
-मैंने व्यक्तिगत स्तर पर ‘अपना वोट अपने गांव’ अभियान चलाया। इसके लिए मैं उत्तराखंड मूल के बड़े अधिकारियों, उद्योगपतियों और विभिन्न वर्गों में स्थापित विभूतियों से मिला। पलायन के समाधान के लिए हमें यहीं रोजगार सृजन करना होगा। स्वरोजगार की विभिन्न योजनाएं केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित हैं, अभियान चलाकर उन्हें बढ़ाने का प्रयास करूंगा।

 

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