लद्दाख की तर्ज पर उत्तराखंड में भी हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन, CM धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देेश

लद्दाख की तर्ज पर अब मध्य हिमालयी राज्य उत्तराखंड भी हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन की दिशा में कदम बढ़ाने जा रहा है। यहां भी तीन से साढ़े चार हजार मीटर की ऊंचाई पर धावक दौड़ लगाते नजर आएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अपने आवास स्थित कैंप कार्यालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस मैराथन की शुरुआत करने के निर्देश दिए। कुमाऊं क्षेत्र में गुंजी से आदि कैलास और गढ़वाल मंडल में नीती माणा से लेकर मलारी तक यह मैराथन होगी। राष्ट्रीय स्तर की इस मैराथन का पहला आयोजन आगामी अक्टूबर माह के मध्य में प्रस्तावित है। दूसरा आयोजन अगले वर्ष मई-जून में होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक गतिविधियों के दृष्टिगत हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन के आयोजन से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य को नई पहचान मिलेगी। इस गतिविधि से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर होम स्टे, गाइड के माध्यम से ग्रामीण आर्थिकी भी संवरेगी। उन्होंने हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन को वार्षिक पर्यटन कैलेंडर में शामिल करते हुए हर वर्ष निर्धारित तिथि पर इसका नियमित आयोजन सुनिश्चित कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने राज्य में आपदा प्रबंधन तंत्र को अधिक सशक्त बनाने और आपदा प्रभावितों को सहायता राशि तय समय के भीतर उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देशित किया।
साथ ही सीमावर्ती और पर्वतीय क्षेत्रों में वन्यजीवों से फसल सुरक्षा के दृष्टिगत घेरबाड़, सोलर फेंसिंग को लेकर भी विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, अपर सचिव बंशीधर तिवारी उपस्थित रहे।